भारतीय क्रिकेट टीम को बुलंदियों पर पहुंचाने वाले पूर्व कप्तान एमएस धोनी ने शनिवार को फैंस को चौंकाते हुए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का फैसला सुना दिया। 39 साल के एमएस धोनी को अपने 16 साल के अंतरराष्ट्रीय करियर में भारतीय क्रिकेट का चेहरा बदलकर रख देने के लिए जाना जाता है। एमएस धोनी दुनिया के इकलौते कप्तान हैं, जिन्होंने आईसीसी की तीनों ट्रॉफियां (टी20 वर्ल्ड कप, 50 ओवर वर्ल्ड कप और चैंपियंस ट्रॉफी) जीती।

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का फैसला लेकर उन्होंने साफ-साफ संदेश दिया कि वह युवाओं के लिए रास्ता नहीं रोकेंगे। अगर धौनी संन्यास का ऐलान नहीं करते तो रिषभ पंत, संजू सैमसन और ईशान किशन जैसे खिलाड़ियों पर आइपीएल में दवाब होता। इस साल ऑस्ट्रेलिया में T20 विश्व कप होना था और धौनी उसके लिए अपने आपको फिट रख रहे थे, लेकिन उसके 2021 तक खिसकने के कारण उन्होंने यह फैसला लिया। निश्चित तौर पर अब रिषभ पंत को विकेटकीपर के तौर पर और मौका मिलेगा।
15 साल के करियर में 350 वन-डे खेल चुके धोनी ने साल 2004 में बांग्लादेश के खिलाफ अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत की थी। भारत के लिए उन्होंने 350 वनडे, 90 टेस्ट और 98 टी20 मैच खेले। महेंद्र सिंह धोनी के नाम भारत की तरफ से सबसे ज्यादा कप्तानी का रिकॉर्ड है। धोनी ने कप्तान के रूप में 332 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले हैं। उन्होंने टीम इंडिया के लिए 60 टेस्ट, 200 वन-डे और 72 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में कप्तानी की है।