निर्भया के दोषी भले ही अपनी फांसी की सजा को और लंबा खींचने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हो लेकिन तिहाड़ जेल प्रशासन की कार्रवाई भी जारी है. इसी के तहत जेल अधिकारियों ने दोषियों से उनकी आखिरी इच्छी पूछी है.

आपको बता दें कि जेल प्रशासन ने आरोपियों को नोटिस देकर सवाल किया कि 1 फरवरी को तय फांसी से पहले वो अंतिम बार किससे मिलना चाहते है? जेल प्रशासन ने ये भी सवाल किया है कि उनके नाम कोई प्रॉपर्टी है तो क्या वो उसे किसी के नाम ट्रांसफर करना चाहते हैं. दोषियों से कहा गया है कि अगर वे कोई धार्मिक किताब पढ़ना चाहते हैं या किसी धर्मगुरु को बुलाना चाहते हैं तो जेल अधिकारी उनकी इन इच्छाओं को 1 फरवरी से पहले पूरा कर सकते हैं।

जेल सूत्रों के हवाले से खबर आई है कि चारों आरोपियों में से एक विनय ने 2 दिनों तक खाना नहीं खाया था, लेकिन बुधवार से उसने थोड़ा खाना खाया है. वहीं, दोषी पवन जेल में रहते हुए खाना बहुत कम कर दिया है।
चारों को 1 फरवरी को सुबह 6 बजे फांसी पर लटकाया जाना है. आपको बता दें कि अगर इसी बीच मुकेश के अलावा अन्य तीनों में से किसी ने दया याचिका दायर कर दी तो ये मामला फिर कुछ दिन के लिए आगे बढ़ सकता है. ऐसे में कानूनी जानकारों का कहना है कि फिर से फांसी के लिए संभवत: एक नई डेट दी जाएगी.

आपको बता दें कि चारों दोषियों को तिहाड़ की जेल नंबर-3 में अलग-अलग सेल में रखा गया है. हर दोषी के सेल के बाहर दो सिक्यॉरिटी गार्ड तैनात रखे गए हैं. शिफ्ट बदलने पर दूसरे गार्ड तैनात किए जाते हैं. हर एक कैदी के लिए 24 घंटे के लिए आठ-आठ सिक्यॉरिटी गार्ड लगाए गए हैं. यानी चार कैदियों के लिए कुल 32 सिक्यॉरिटी गार्ड तैनात किए गया है.