आर्थिक गतिविधि जिसके अंतर्गत सरकार पुरानी मुद्रा को बंद कर देती है और नई मुद्रा को चालू करती है. जब काला धन बढ़ जाता है और अर्थव्यवस्था के लिए खतरा बन जाता है तो इसे दूर करने के लिए इस तरीके का इस्तमाल किया जाता है. जिनके पास काला धन होता है ,वे उसके बदले में नई मुद्रा लेने का साहस नहीं जुटा पाते हैं और काला धन स्वयं ही नष्ट हो जाता है.

आपको बता दे कि कालेधन पर लगाम लगाने के लिए मोदी सरकार ने 8 नवंबर 2016 को नोटबंदी का ऐलान किया था. अब मिली जानकारी के मुताबिक़ मोदी सरकार नोटबंदी की ही तरह एक और बड़ा फैसला लेने जा रही है. अब आपको घर में रखे सोने की जानकारी भी सरकार को देना होगी। सूत्रों की माने तो सरकार काले धन से सोना खरीदने वालों पर लगाम लगाने के लिए बड़ा कदम उठाने वाली है.

इनकम टैक्स की एमनेस्टी स्कीम के तर्ज पर सोने के लिए एमनेस्टी स्कीम ला सकती है. इसके तहत एक तय मात्रा से ज्यादा बगैर रसीद वाला सोना होने पर उसकी जानकारी देनी होगी और सोने की कीमत सरकार को बतानी होगी. इतना ही नहीं इस स्कीम के तहत सपने की कीमत तय करने के लिए वैल्यूएशन सेंटर से सर्टिफिकेट लेना होगा। इसमें बगैर रसीद वाले जितने भी सोने का खुलासा होगा उस पर एक तय मात्रा में टैक्स भी देना होगा. स्कीम खत्म होने के बाद तय मात्रा से ज्यादा गोल्ड पाए जाने पर भारी जुर्माना देना होगा।