त’बाही का देवता’ यानी तीसरा सबसे खत’रना’क ऐ’स्टरॉ’इड अ’पो’फिस धरती के बेहद करीब आ रहा है और इसकी पहली तस्वीर भी दुनिया के सामने आ गई है. ना’सा के वै’ज्ञानि’कों के अनुसार 6 मार्च को यह ऐ’स्ट’रॉइ’ड पृथ्वी के पास से गुजरेगा. आपको बता दें कि ख’गोल’वि’दों ने व’र्चुअल टे’लिस्को’प की मदद से करीब डेढ़ करोड़ किलोमीटर की दूरी से इस म’हा’वि’ना’शक ऐ’स्ट’रॉइ’ड की तस्वीर खींची है.
व’र्चु’अ’ल टे’लि’स्को’प प्रॉ’जेक्ट के मुताबिक 8 साल की नि’ग’रा’नी के बाद ऐ’स्ट’रॉ’इड अ’पो’फि’स की त’स्वी’र खीं’चने में स’फलता मिली है. गौरतलब है कि अ’पोफि’स सभी सं’भावित खत’रना’क ऐ’स्टरॉइ’ड का म’हाम’हीम माना जाता है. करीब 370 मीटर चौड़ी इस चट्टा’न के धरती से 48 सालों में ट’कराने का ख’तरा है.
ऐ’स्टरॉ’इ’ड अ’पो’फि’स के गुजरने का लाइव प्रसारण
ना’सा के वै’ज्ञानि’कों ने इसकी संभा’वना बहुत कम जताई है. आपको बता दें कि अपो’फिस ऐ’स्टरॉ’इड 6 मार्च को पृथ्वी के करीब से गुजरेगा और व’र्चुअल टेलि’स्कोप प्रॉ’जेक्ट पर 24 घंटे ऐ’स्टरॉ’इड अ’पोफि’स के गुजरने का लाइव प्रसारण भी किया जाएगा. यह म’हावि’नाशक ऐ’स्टरॉ’इड, सोल’र सि’स्टम में मौ’जूद सबसे खत’रना’क च’ट्टानों में से एक माना जाता है.
पृथ्वी पर 88 करोड़ टन TN’T के वि’स्फो’ट के बराबर असर होगा
ह’वाई विश्वविद्या’लय के ख’गोलवि’दों ने बताया है कि यह ऐ’स्टरॉइ’ड तेजी से बढ़ रहा है और अगले 48 सालों में यह पृथ्वी से ट’करा सकता है. हालांकि ना’सा के वै’ज्ञानि’क इसके हर कदम पर नजर रख रहे हैं. इस ऐ’स्टरॉइ’ड के श’क्तिशा’ली होने का अं’दाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि यह अगर पृथ्वी से ट’करा’ता है तो 88 करोड़ टन TNT के वि’स्फो’ट के बराबर असर होगा. महाप्र’लय लाने वाले इस अपो’फिस ऐ’स्टरॉइड का यू’नानी भाषा में अर्थ होता है, ‘त’बाही का देवता.’
ऐ’स्टरॉइ’ड अ’पो’फि’स को देखा जा सकेगा
ऐ’स्टरॉइड अपो’फिस अगले महीने धरती से करीब 1 करोड़ 60 लाख लाख कि’लोमीटर की दूरी से गुजरेगा. इतनी दूरी से गु’जरने के का’रण ऐ’स्टरॉ’इड का प’रिक्र’मा पथ प्रभा’वित नहीं होगा. ऐ’स्टरॉइ’ड अपो’फि’स को टे’लीस्कोप से आसानी से देखा जा सकेगा. यह विशा’लका’य च’ट्टान वर्ष 2029 में पृथ्वी के इससे भी ज्यादा करीब से गुजरेगी. हवाई यू’निवर्सि’टी के ख’गोलविद डेवि’ड थो’लेन ने कहा कि सु’बारू टे’लिस्कोप से मिले डेटा के आधार पर खु’लासा हुआ है कि अ’पोफि’स बहुत तेजी से गति प’कड़ रहा है.