कोरोना वायरस का खतरा पूरे देश में बना हुआ हैं. अधिकतर सभी देश लॉकडाउन हो चुके हैं. भारत में भी कोरोना वायरस के मामले दिन पर दिन बढ़ते ही जा रहे है. कोरोना वायरस के तेजी से फैलते हुए खतरे को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के एक शीर्ष अधिकारी ने इस विषय में बात करते हुए एक बड़ा खुलासा किया है. आइए आपको बताते है कि उन्होंने क्या खुलासा किया है.

जानकारी के लिए बता दें कि उन्होंने कहा है कि लक्षण शुरू होने से एक से तीन दिन पहले कोरोनो वायरस फैल सकता है. कोरोनो वायरस पर डब्लूएचओ की टीम नेतृत्व कर रहीं डॉ. मारिया वान केर्खोव ने बताया कि उनका कहना है कि चाहे व्यक्ति में कोरोना के लक्षण हो या ना हों कोरोना नाक और मुंह से बूंदों के माध्यम से ही फैलता है.

वहीं केर्खोव ने जिनेवा में डब्ल्यूएचओ
मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा,
“हमें एक
रिपोर्ट से पता चला है कि कोरोना के लक्षण दिखने से तीन दिन पहले से कोरोना वायरस
दूसरों में फैल सकता है.” मारिया ने कहा,
“ऐसे
मरीजों की बड़ी संख्या है जो लक्षण दिखाई देने से पहले फैले वायरस का शिकार हो
जाते हैं. हम ऐसे लोगों को भूल रहे हैं जो लक्षण दिखने से पहले इससे संक्रमित हो
रहें. हम सर्विलांस स्ट्रेटेजी के कारण उन्हें भूल रहे हैं.”

जिसको लेकर डब्लूएचओ के इमरजेंसी प्रोग्राम के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर डॉ. माइक रयान ने भी इस पर सहमति जताई. माइक ने कहा कि ज्यादातर लोग अनजाने में संक्रमित हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि वायरस के संक्रमित होने के तरीके को समझने का एक हिस्सा न केवल यह पता लगाना है कि कितने लोग संक्रमित हुए हैं, बल्कि क्या अधिक गंभीर मामले अन्य व्यक्तियों या सतहों से रोग के उच्च स्तर से संक्रमित होने से जुड़े हैं.